दही के फायदे
दही के फायदे – Benefit of curd Dahi se kya labh hote he
1. दही में कैल्शियम और फास्फोरस प्रचुर मात्रा में होने के कारण हड्डियों और दांतों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
2. नियमित रूप से Dahi खाने से ऑस्टेरिओपोरेसिस तथा अर्थराइटिस जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है।
3. इसके अलावा मांसपेशियों के सुचारू रूप से काम करने के लिए Dahi लाभदायक होता है।
4. दही में लेक्टिक एसिड होता है। इसके कारण यह एंटीफंगल की तरह काम कर सकता है।
5. सिर में होने वाली रुसी यानि डेंड्रफ मिटाने के लिए Dahi कारगर होता है।
6. सप्ताह में एक बार सिर में दस मिनट Dahi और मीठा सोडा मिलाकर सिर में लगाकर रखें फिर सादा पानी से धो लें। इससे रुसी ठीक हो जाती है।
7. दस्त लगने पर Dahi के साथ इसबगोल या चावल खाने से बहुत आराम मिलता है।
8. Dahi खाने से एनर्जी बनी रहती है। मन शांत रहता है। टेंशन में कमी आती है। इसीलिए हमारे यहाँ घर से बाहर जाते वक्त दही खिलाया जाता है जिसे शुभ मानते है।
9. दही में विटामिन E , ज़िंक तथा फास्फोरस की अच्छी मात्रा के कारण चेहरे को गोरा बनाने के लिए तथा त्वचा में ग्लो लाने के लिए Dahi बहुत लाभदायक होता है।
10. किसी किसी को दूध हजम नहीं होता है या किसी को दूध पीना पसंद नहीं होता है। ऐसे में पोषक तत्वों की जैसे कैल्शियम , प्रोटीन आदि की कमी हो सकती है।
11.दही खाने से ये सभी तत्व आसानी से मिल जाते है और Dahi हजम भी आसानी से हो जाता है।
12. दही दिल के लिए अच्छा होता है कोलेस्ट्रॉल को कम करता है , ब्लड प्रेशर के लिए तथा गुर्दों के लिए लाभदायक होता है।
12. बवासीर होने पर छाछ में अजवायन और जीरा पाउडर मिलाकर पीने से लाभ होता है। दही से बनी छाछ अमृत के समान गुणकारी होती है।
13. त्वचा पर सन टैनिंग हो जाती है यानि धूप से झुलस जाती है। इस झुलसी हुई त्वचा के लिए Dahi जैसा असर किसी चीज से नहीं होता। नियमित त्वचा पर कुछ दिन खट्टे Dahi की मालिश से सन टैनिंग ठीक हो जाती है।
14. Dahi या छाछ के नियमित उपयोग करने से नींद नहीं आने की समस्या ठीक होती है।
15. दही में बेसन मिलाकर इसे उबटन की तरह लगाकर नहाने से पसीने की बदबू से मुक्ति मिलती है और एक नई ताजगी का अहसास होता है।
दही कब नहीं खानी चाहिए।
बासी या खट्टा Dahi नहीं खाना चाहिए।
रात के समय Dahi या छाछ नहीं लेने चाहिए।
मांसाहार के साथ Dahi नहीं खाना चाहिए।
कब्ज हो तो Dahi के स्थान पर छाछ का प्रयोग करना चाहिए।
सर्दी ,जुकाम ,खांसी , कफ हो तो Dahi ना खाये।
दमा या साँस की समस्या हो तो दही सावधानी पूर्वक खाये।
त्वचा रोग की स्थिति में Dahi डॉक्टर से पूछ कर ही उपयोग में लें।
शरीर में कही भी सूजन हो तो Dahi ना खाये वर्ना सूजन बढ़ सकती है।
दहि को गरम करके नहीं खाना चाहिए।
बसंत ऋतू में दहि का सेवन नहीं करना चाहिए।
दही ज़माने का सही तरीका
Dahi Kaise Banaye Dahi kaise banate he
दहि जमाने के लिए तापमान बहुत महत्वपूर्ण होता है।
सही तापमान होने पर दहि बहुत अच्छा बनता है। दहि के लिए 30° – 40° सेलसियस तापमान सबसे अच्छा होता है। इसीलिए गर्मियों के मौसम में दहि अच्छा जमता है
सर्दी के दिनों में तापमान 30 ° C से कम होने पर दही अच्छा नहीं जमता। दूध से दहि ज़माने के लिए डाले जाने वाले एक चम्मच दहि को जामन कहा जाता है। फ्रिज में एक चम्मच जितना दहि अलग से जरूर रखना चाहिए ताकि जरुरत के वक्त आपके पास दहि ज़माने के लिए जामन मौजूद हो । वैसे जामन के अलावा दुसरे तरीकों से भी दहि जमाया जा सकता है।
गर्मियों में दही ज़माने के लिए —
Garmi me dahi दूध — 500 ग्राम दही
Garmi me dahi दूध — 500 ग्राम दही
एक चम्मच दूध को उबाल कर कमरे के तापमान तक ठंडा कर लें। एक कटोरी में एक चम्मच दहि लें इसमें दो चम्मच दूध मिला लें। इसे ठंडे किये हुए दूध में डाल दें और जाली से ढक दें। 5 से 6 घंटे में ताजा खाने लायक दही तैयार हो जायेगा। इसे फ्रिज में रखने पर दो दिन तक काम में लिया जा सकता है।
सर्दी में दही ज़माने के लिए —
Sardi me dahi दूध — 500 ग्राम दही
दो चम्मच दूध को उबाल कर ठंडा कर लें। दूध में अंगुली डाल कर देखने पर हल्का गर्म लगना चाहिए। एक कटोरी में दो चम्मच दहि लें। इसमें चार चम्मच दूध मिला दें। इसे दूध में डाल दें। अब दूध के बर्तन को ऐसी जगह रखें जहाँ इसका तापमान बना रह सके जैसे आटे में दबा दें। या दूध को कैसरोल में डाल कर ढ़क्कन लगा दें। या माइक्रोवेव को प्रीहीट करके बर्तन इसके अंदर रख दें। या बर्तन को मोटे कपड़े से लपेट दें। 6 से सात घंटे में ताजा खाने लायक दही तैयार हो जायेगा।
Nice
ReplyDeleteइस लेख को बनाने के लिए धन्यवाद, इससे हमें बहुत कुछ सीखा है। यह जानकारीपूर्ण और ज्ञानवर्धक है। इस बीच, यदि आप सर्वोत्तम दही खाने के फायदे के बारे में जानने चाहते है तो यहां जाएं। धन्यवाद और आप पर भगवान की कृपा हो!
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